मासूम कन्या की उजड़ी ज़िंदगी...। मासूम कन्या की उजड़ी ज़िंदगी...।
उम्मीदों के खिलाफ ! उम्मीदों के खिलाफ !
इस प्रकृति की सबसे प्यारी आवाज़ काशवी का किलकारी मारना... इस प्रकृति की सबसे प्यारी आवाज़ काशवी का किलकारी मारना...
ठुमक ठुमक के चलती थी वह, छम छम पायल बजती थी । अभी इधर थी अभी उधर थी, चलती थी या उड़ती थी ।। ठुमक ठुमक के चलती थी वह, छम छम पायल बजती थी । अभी इधर थी अभी उधर थी, चलती थी या ...
बिटिया रानी बड़ी सयानी खाए रोटी, पीती पानी...! बिटिया रानी बड़ी सयानी खाए रोटी, पीती पानी...!
वो तो खर-पतवार जैसे उग ही जाती बेटियां पत्थरो-दीवार जैसे उग ही जाती बेटियां... वो तो खर-पतवार जैसे उग ही जाती बेटियां पत्थरो-दीवार जैसे उग ही जाती बेटियां...